(घनाक्षरी छंद)
युद्ध व्यवसायी नीति
दंश करोना का अभी गया भी नहीं कि देखो,
साये युद्ध वाले नभ पर दिखने लगे।
बंद किए बैठे थे दुकान हथियारों वाले,
झाड़ पोंछ कर बही-खाते लिखने लगे।
धूल फाँकने लगी थीं मँडियां करोना में जो,
थोप कर युद्ध बोल बोल चीखने लगे।
खुद तो न लड़ें पर पीछे हम खड़े कहें,
भरती तिजोरियों के मंत्र सीखने लगे।
23/3/22 ~अजय 'अजेय'।
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