गलत-सही
(गगनांगना छंद)
गलत बात तो गलत बात है, हम भी मानते।
लेकिन सच्चाई तब है जब, सच्ची छानते।।
जात पात से ऊपर उठकर, ताने तानते।
मेरा-तेरा भाव छोड़कर, सबको सानते।।
तब हम कहते सही बात है, इनकी मानिये।
ये नेता जी सही कह रहे, यारों जानिये।।
लेकिन ऐसी बात नहीं जब, उनकी बात में।
ऐसों पर तो तीर नुकीले, भइया तानिये।।
6/11/24 ~अजय 'अजेय'।